प्रस्तुतकर्ता
janane_ka_hak
पर
5:29:00 pm
दर्द
इस दर्द को जान लें अब हमदर्द कितनी तरह का होता है
एक दर्द चोट का होता
एक दर्द मन का होता है ।
एक दर्द है पराया तो
एक दर्द अपना होता है ।
एक दर्द भूल जाता है
एक दर्द रिसता रहता है
एक दर्द छुरी सा है अगर
एक दर्द मीठा होता है ।
एक दर्द दूसरे का दिया
एक दर्द अपना देता है
एक दर्द की दवा होती
एक दर्द सदा रहता है
इस जिंदगी का दर्दों से
एक गहरा रिश्ता होता है
इस दर्द के बिना उसका
अस्तित्व कहाँ बचता है
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